अब प्रियंका गांधी के लोकसभा चुनाव लड़ने का समय भी आ चुका है। वैसे कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश पहले भी इस बात का संकेत दे चुके हैं कि प्रियंका के संसद पहुंचने के विकल्प खुले हैं। बस, आधिकारिक रूप से एलान का इंतजार था, जो हो गया है।
तय कर दिया गया कि राहुल गांधी अमेठी सीट अपने पास रखेंगे और वायनाड से बहन प्रियंका को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार प्रियंका गांधी चुनाव मैदान में बतौर प्रत्याशी ताल ठोकेंगी। अब समय रण का है, जीत के दावे का है। जीतीं तो जय-जयकार और हारीं तो प्रतिष्ठा पर सवाल।
‘लड़की हूं…लड़ सकती हूं’, ये एलान प्रियंका गांधी ने भले ही वर्ष 2022 में यूपी चुनाव के दौरान दिया था लेकिन, सही मायनों में अब इस वाक्य को शब्दश: आत्मसात करने का समय आ गया है।
