श्रीकृष्ण–रुक्मिणी विवाह का दिव्य प्रसंग

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वीरेन्द्र नाथ संवाददाता
रेणुकूट (सोनभद्र) : समन्वय परिवार में सनातन एकता सेवा संघ और सुगम्या फाइनेंस द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा छठवें दिन श्रीकृष्ण–रुक्मिणी विवाह के मंगलमय प्रसंग के साथ हुआ। कथा व्यास अखिलेश्वरा नन्द जी। महाराज जी ने श्रद्धालुओं को रुक्मिणी जी की अनन्य भक्ति, भगवान श्रीकृष्ण की करुणा तथा धर्म की विजय का भावपूर्ण वर्णन सुनाया।

जैसे ही विवाह प्रसंग प्रारंभ हुआ, पूरा पंडाल भक्ति, उल्लास और जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर विवाह उत्सव का आनंद लिया। भजन–कीर्तन, मंगल गीत और झांकियों ने वातावरण को पूर्णतः वैकुंठमय बना दिया।

कथा के समापन पर व्यास जी ने बताया कि रुक्मिणी–कृष्ण विवाह भक्त और भगवान के पवित्र मिलन का प्रतीक है, जो हमें श्रद्धा, समर्पण और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।कथा में मुख्य आकर्षण मौजूद सभी श्रद्धालु द्वारा हाथों में दीपक लेकर भगवान की आरती की गई।अंत में प्रसाद वितरण के साथ कथा का विधिवत समापन हुआ।

कथा में मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष ममता अनिल सिंह और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल सिंह रहे ।इस अवसर पर मुख्य यजमान अवधेश मिश्र, विकास सिंह, ओंकार दूबे रहे।इस अवसर पर मिथलेश मिश्र, आशीष मिश्र, उदय नाथ मौर्य, संतोष सिंह, मनीष मिश्रा,सुनील अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में भक्त गण मौजूद रहे।

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