लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और प्रयागराज समेत यूपी के कई जिलों में आज सुबह से हो रही बारिश ने ठंड़ बढ़ा दी है। कई जनपदों में बुधवार की सुबह गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार तीन जनवरी से शुक्रवार पांच जनवरी के बीच बारिश होने या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। राज्य में इन तीन दिनों के दरम्यान एक या दो स्थानों पर बहुत घना कोहरा छाये रहने की चेतावनी भी जारी की गई है। प्रदेश में एक या दो स्थानों पर धूप नहीं निकलेगी यानि कोल्ड डे रहेगा।
राजधानी लखनऊ में बुधवार सुबह तेज बारिश शुरू हो गई। खुर्रमनगर विकासनगर, इंदिरानगर और गोमतीनगर समेत कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई। बारिश ने ठंड बढ़ गई है।आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर पूर्व बिहार के ऊपर एक चक्रवातीय दबाव बना हुआ है। इसी तरह का एक दबाव हरियाणा और आसपास भी केन्द्रित है। उत्तर प्रदेश के मध्य भाग में दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश तक एक ट्रफ लाइन भी बनी हुई है। इस वजह से प्रदेश में छिटपुट बारिश की संभावना जताई गई है।
प्रयागराज में सुबह छह बजे से लगातार बारिश हो रही है। मौसम का मिजाज बिगड़ने के कारण शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक सामान्य जनजीवन प्रभावित है। लगातार पांच घंटे से हो रही बारिश के कारण मटर और तिलहन की खेती करने वाले किसान परेशान हैं। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों तक बारिश होने के आसार हैं। दिन और रात के तापमान में और गिरावट होगी।
वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल में बुधवार सुबह कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई। इससे गलन बढ़ गई है। खराब मौसम का असर रेल, बस और हवाई सेवाओं पर पड़ा। सेनानी, पवन, सिकंदराबाद-दानापुर, साबरमती, विभूति, फरक्का एक्सप्रेस समेत डेढ़ दर्जन से ज्यादा ट्रेनें अपने तय समय से 3 से 9 घंटे तक की देरी से चल रही थीं। बारिश की वजह से रोडवेज बसों को घंटे भर इंतजार के बाद भी पर्याप्त सवारियां नहीं मिल पाईं।
उधर, बाबतपुर एयरपोर्ट पर सुबह 10.30 बजे तक कोई विमान नहीं उतरा था। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. नरेन्द्र रघुवंशी के मुताबिक बारिश रबी की फसलों के लिए लाभदायक है। गेहूं, मटर, चना, अरहर, सरसो, तिल, सब्जी आदि फसलों में नमी बढ़ने से फायदा होगा। बताया कि आगे और बारिश होने से दलहनी, तिलहनी और सब्जी की फसलों को नुकसान होगा।
