श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भगवान चित्रगुप्त जी की प्रतिमा लगाने की उठी मांग

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अयोध्या कायस्थ विकास संस्थान ने ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को सौंपा मांगपत्र

अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भगवान चित्रगुप्त जी की प्रतिमा लगाने की मांग उठने लगी है। पौराणिक तथ्यों के आधार पर अयोध्या कायस्थ विकास संस्थान ने श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को अपना मांग पत्र सौंपा है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या कायस्थ विकास संस्थान को भरोसा दिलाया कि संस्थान की मांग पर पूरा विचार किया जाएगा।

संस्थान के इस मांग की उन्होंने हृदय तल से सराहना की।संस्थान ने बताया कि जब भगवान श्रीराम दशानन रावण को मार कर अयोध्या लौट रहे थे, तब उनके खडाऊं को राजसिंहासन पर रख कर राज्य चला रहे राजा भरत थे। भरत ने गुरु वशिष्ठ को भगवान राम के राज्यतिलक के लिए सभी देवी देवताओं को सन्देश भेजने की व्यवस्था करने को कहा।

गुरु वशिष्ठ ने ये काम अपने शिष्यों को सौंप कर राज्यतिलक की तैयारी शुरू कर दी। ऐसे में जब राज्यतिलक में सभी देवी-देवता आ गए तब भगवान राम ने अपने अनुज भरत से पूछा चित्रगुप्त जी नहीं दिखाई दे रहे है, इस पर जब उनकी खोज हुई। खोज में जब चित्रगुप्त जी नहीं मिले तो पता लगा कि गुरु वशिष्ठ के शिष्यों ने भगवान चित्रगुप्त जी को निमंत्रण पहुँचाया ही नहीं था, जिसके चलते भगवान चित्रगुप्त नहीं आये। इधर भगवान चित्रगुप्त सब जान तो चुके थे, और इसे भी नारायण के अवतार प्रभु राम की महिमा समझ रहे थे।

फलस्वरूप उन्होंने गुरु वशिष्ठ की इस भूल को अक्षम्य मानते हुए यमलोक में सभी प्राणियों का लेखा-जोखा लिखने वाली कलम को उठा कर किनारे रख दिया।  देवता जैसे ही राजतिलक से लौटे तो पाया की स्वर्ग और नरक के सारे काम रुक गये थे, प्राणियों का का लेखा-जोखा ना लिखे जाने के चलते ये तय कर पाना मुश्किल हो रहा था की किसको कहाँ भेजना है।

तब गुरु वशिष्ठ की इस गलती को समझते हुए भगवान राम ने अयोध्या में भगवान् विष्णु द्वारा स्थापित भगवान चित्रगुप्त के मन्दिर में गुरु वशिष्ठ के साथ जाकर भगवान चित्रगुप्त की स्तुति की और गलती के लिए क्षमा याचना की। संस्थान के अध्यक्ष अरुण श्रीवास्तव अपने संस्थान के पदाधिकरियों के यह भावना प्रकट किया कि श्रद्धालुओं की भावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए मन्दिर परिसर में भगवान चित्रगुप्त जी की प्रतिमा लगाना चाहिए जिससे धर्म नगरी में तीर्थ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को उनकी यात्रा का पुण्यफल प्राप्त हो सके।

वहीं संस्थान के महामंत्री प्रतीक श्रीवास्तव ने कहा है कि अयोध्या की गरिमा के अनुरूप श्रीराम मन्दिर परिसर में भगवान चित्रगुप्त जी की प्रतिमा लगानी चाहिए जिससे देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान चित्रगुप्त जी के महात्म से परिचित कराया जा सके। मांग पत्र सौंपने वालों में प्रतीक श्रीवास्तव, सी एम श्रीवास्तव, देश दीपक जौहरी व अन्य कायस्थ मौजूद रहे। 

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