वह कोख पवित्र है, जिससे बेटी जन्म लेती है : अचार्य दिलीप कृष्ण भारद्वाज

Advertisements
Ad 3

सोनभद्र। के डी होटल ममुआ(बिच्छी पडाव) रॉबर्ट्सगंज में चल रहे श्रीराम कथा के सातवें दिन कथावाचक दिलीप कृष्ण भारद्वाज ने भक्तों को श्रीरामकथा का रसपान कराया। कथावाचक दिलीप कृष्ण भारद्वाज ने सीता हरण, लंका दहन, राम- रावण युद्ध, विभीषण का राज्याभिषेक, भगवान राम का राज्याभिषेक प्रसंग का वर्णन किया।

कहा कि धर्म का मूल आधार दया और करुणा हैं। दोनों आपके जीवन में हमेशा रहनी चाहिए। आगे आचार्य ने कहा कि महिलाओं को पीला वाला सिंदूर जरूर लगाना चाहिए। किसी दिन लगाएं या नहीं पर शनिवार को अवश्य लगाएं। फैशन के इस दौर में महिलाएं पीला सिंदूर लगाना तो छोड़ रही हैं, लेकिन सिंदूर लगाने से यश, कीर्ति आती है।

ये बातें तेतरी टोली में आयोजित रामकथा के सातवें दिन दिलीप कृष्ण भारद्वाज ने कहीं। उन्होंने कहा कि हम बेटा-बेटा चिल्लाते हैं, लेकिन वास्तव में बेटी ही मां-बाप का कल्याण कर सकती है। जिस कोख से बेटी जन्म लेती है, वह कोख पवित्र हो जाती है। बेटी आंगन में कोयल की तरह कूकती है।

जब पिता थके हारे घर आते हैं, तो बेटी ही दवा से लेकर हर चीज का ख्याल रखती है। बेटी पिता की दुख नहीं देख सकती। बेटी काफी सहनशील होती है। वह घर के सारे दुखों को गंभीर होकर समझती है। इसलिए बेटी की भ्रूण हत्या मत करो। अनर्थ हो जाएगा।

शनिवार को कथा स्थल पर के डी होटल के मालिक संजय देव पांडेय ने अपनी पत्नी के हवन पूजन कर शुरू किया एवम् अंतिम में आरती किया, इस अवसर पर राम लक्ष्मण सीता की मनोहारी झांकी निकाली गई !

इस अवसर पर एडवोकेट पवन कुमार सिंह प्रभाकर पांडे, राजेश कुमार सिंह सरोज कुमार पटेल सृजन पांडे धर्मेंद्र कुमार आदि कथा श्रोता उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!