सोनभद्र थाना अनपरा परिक्षेत्र लोट सिदहवा में आदिवासी तीर धनुष प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन सोन आदिवासी शिल्पकला ग्रामोद्योग समिति के बैनर तले आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में श्री सुरेश राय उप जिलाधिकारी दुद्धी ने कार्यक्रम स्थल पर ही डीहबाबा का पुजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में कुल पचास प्रतिभागियों ने भाग लिया सभी खिलाड़ियों को समिति ने गमछा और बनियान देकर सभी खिलाड़ियों को प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया फिर तीरंदाज खिलाड़ियों ने सौ फ़ीट की दूरी पर स्थित एक चिन्हित निशान पर निशाना साधते हुए धनुष में तीर लगाकर सभी खिलाड़ियों ने अपने लक्ष्य पर निशाना लगाते हुए तीर चलाते रहे।
तीरंदाजी प्रतिस्पर्धा में अपने अपने तीर धनुष एकटक निशाना साधते हुए कई तीरों का प्रहार करते रहे अन्त में तीन विजेताओं ने जीत हासिल कर विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया। सुरेश राय उप जिलाधिकारी दुद्धी ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज तीरंदाजी का यह खेल जीवंत बनाए रखने के लिए सदियों पुरानी प्राचीन खेल तीरंदाजी को विलुप्त होने से संजोए रखने का प्रयास संस्था सोन आदिवासी शिल्पकला ग्रामोद्योग समिति का यह कार्य सराहनीय है।
सर्वाधिक से आदिवासी ग्रामीण पहाड़ी घाटी में निवास करते हैं यहां के खिलाड़ियों में बहुत हूनर है मेहनत करें तो राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाज बन सकतें हैं। उत्तर प्रदेश सरकार खेल प्रतिस्पर्धा में खिलाड़ियों के लिए बहुत कुछ कर रही है। अपने हुनर के बल पर आगे बढ़ने की जरूरत है। समिति अध्यक्ष जगदीश साहनी ने कहा कि कोयला कम्पनियों का सोनभद्र के आदिवासियों के विकास खेल जैसा कार्यक्रम में कोई सरोकार नहीं होता है।
वह नहीं चाहते हैं कि यहां के खिलाड़ियों का मनोबल बढ़े और देश के लिए विदेशों में भारत देश का नाम रोशन कर सकें। कार्यक्रम में वह आते भी नहीं है सहयोग करना तो दूर है । कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में अमित कुमार क्षेत्राधिकारी पिपरी, आर डी सिंह रहे।
विजेता खिलाड़ियों को मुख्य अतिथि सुरेश राय उप जिलाधिकारी दुद्धी ने प्रथम विजेता बाल गोबिंद खरवार , द्वितीय विजेता रविन्द्र खरवार ,तीसरे विजेता जगदीश, संतावना पुरस्कार चतुर्थ विजेता राजेन्द्र कुमार खरवार , पंचम विजेता घूरहू बैगा बेलवादह को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। एनटीपीसी सिंगरौली ने खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण में सहयोग किया।
