शष्ठी बोधन के साथ हिण्डाल्को में दुर्गापूजनोत्सव का शुभारंभ

Advertisements
Ad 3


रेणुकूट (सोनभद्र)। शारदीय नवरात्रि के अवसर पर हिण्डाल्को में मिताली क्लब द्वारा इस वर्ष भी शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा का पूजन महोत्सव हिण्डाल्को प्रबन्धन के सहयोग से पूरे भक्तिभाव तथा उल्लास व धूमधाम से आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष भी अक्षरधाम मंदिर एवं मायापुर इस्कॉन टैंपल की जर्ज पर बनाए गए भव्य पंडाल का निर्माण कोलकाता से आये कुशल कारीगरों द्वारा गया है जिसकी छठा रात में दूधियां रोशनी में तो बस देखते ही बनती है। पण्डाल में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा के साथ-साथ लक्ष्मी, सरस्वती, गणेश एवं कार्तिकेय की भव्य व सुन्दर प्रतिमायें स्थापित की गई हैं।
शष्ठी के अवसर पर मां दुर्गा की प्राणप्रतिष्ठा के साथ हिण्डाल्को में दुर्गापूजनोत्सव का आगाज हो गया। हिण्डाल्को के मुखिया एन नागेश, मानव संसाधन प्रमुख जसबीर सिंह, एल्युमिना हेड एन. एन. रॉय, फाइनॉन्स हेड उज्ज्वल केश, रिडक्शन हेड- जेपी नायक, ईआर हेड- श्री अजय सिन्हा, कॉमर्शियल हेड- रवि गुप्ता, सुरक्षा प्रमुख कर्नल (सेनि.) रोहित शर्मा, मिताली क्लब के अध्यक्ष तापस चौधरी, तपन पॉल सपत्नीक तथा मिताली क्लब परिवार के अन्य सदस्यों ने पूरे श्रद्धा के साथ मां की आरती व पूजन करके दुर्गोत्सव का शुभारंभ किया। रेणुकूटवासियों एवं हिण्डाल्को परिवार को दुर्गापूजा, नवरात्रि एवं दशहरा की शुभकामनाएं देते हुए श्री नागेश ने इतने भव्य दुर्गापूजनोत्सव के आयोजन के लिए मिताली क्लब की सराहना करते हुए जनमानस हेतु मंगल कामना की और संस्थान की प्रगति एवं देश में शांति व समृद्धि की प्रार्थना की। इस अवसर पर मिताली परिवार के बच्चों ने बहुत ही आकर्षक महिषासुर मर्दिनी नृत्य नाटिका प्रस्तुत किया। प्रारम्भ में मिताली क्लब के अध्यक्ष ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए दुर्गा पूजन के महत्व पर प्रकाश डाला। दुर्गा पूजा कमेटी के सचिव अर्घा सिन्हा ने पांच दिनों तक चलने वाले पूजनोत्वस के विभिन्न आयोजनों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को दशमी पूजा के साथ दुर्गोत्सव का समापन किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि दुर्गोत्सव की तैयारी बीते 2 महीने से की जा रही है जिसे देखने भक्त दूर-दूर से आते हैं। दुर्गा पंडाल के चारों ओर मेला भी लगा है जिसमें आगंतुक विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं साथ ही खरीदारी भी कर सकते हैं। अंत में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। सप्तमी पूजा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!