वीरेन्द्र नाथ संवाददाता
ओबरा (सोनभद्र) : स्थानीय अवर अभियंता क्लब (क्लब नंबर 4) प्रांगण में ओबरा ताइक्वांडो यूनिट के तत्वाधान में सोनभद्र ताइक्वांडो एसोसिएशन की कलर बेल्ट परीक्षा एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर परीक्षक पधारे सोनभद्र ताइक्वांडो असोसिएशन के मुख्य प्रशिक्षक व सचिव ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पित करके किया।
तत्पश्चात अन्य प्रशिक्षकों ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। परीक्षा में प्रतिभाग करने वाले प्रशिक्षुओं ने ग्रुप परेड के अंतर्गत ताइक्वांडो की शैली में आदि गुरुओं व अपने प्रशिक्षकों को प्रणाम किया।
तत्पश्चात बेल्ट परीक्षाएं आयोजित की गई जिसमें विभिन्न कलर बेल्ट येलो, ग्रीन, ब्लू एवं रेड एवं रेड-वन बेल्ट के श्रेणी की परीक्षा के लिए ओबरा डाला व रेणुकूट के कुल 65 खिलाड़ियो ने प्रतिभाग किया।
जिसके अंतर्गत प्रतिस्पर्धियों ने एक से बढ़कर एक हैरत अंगेज प्रदर्शन कर समस्त दर्शकों व अभिभावकों को चकित कर दिया । जिसमें पुमसे, क्योरिगी फाइट के अलावा क्योक्पा ब्रेकिंग आर्ट इत्यादि का प्रदर्शन अत्यंत सराहनीय रहा।
परीक्षा के पश्चात बतौर विशिष्ट अतिथि पधारे अभियंता पवन सिंह जी ने पूर्व में रांची में आयोजित हुई राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता व दिल्ली में आयोजित ब्लेक बेल्ट परीक्षा में उत्तीर्ण खिलाड़ी इशिका गुप्ता को विश्व ताइक्वांडो हेडक्वार्टर, दक्षिण कोरिया द्वारा प्रदत्त प्रथम डैन, ब्लैक बेल्ट का प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
अंत मे कार्यक्रम के समापन से पूर्व समस्त उत्तीर्ण खिलाड़ियों को उनके बेल्ट पहनाकर सम्मानित किया गया। दो शब्द आशीर्वचन स्वरूप कहते हुवे मुख्य परीक्षक ने सभी उत्तीर्ण खिलाड़ियों को बहुत शुभकामनाएं एवं बधाइयां दिया एवं इस कला के संचालन हेतु सभी सदस्यों को शुभकामनाये व बधाइयां दिया साथ ही भविष्य मे ताइक्वांडो तथा खिलाडियों के विकास हेतु हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया।
ज्ञात हो कि उक्त सभी परीक्षाएं रेणुकूट के प्रशिक्षक राहुल कुमार गुप्ता (राष्ट्रीय रेफरी/प्रशिक्षक, 3rd डैन ब्लैक बेल्ट) के दिशा निर्देशों एवं देखरेख में संपन्न हुई। कार्यक्रम का संचालन् ओबरा की वरिष्ठ ब्लैक बेल्ट छात्रा इशिका गुप्ता ने किया।
संस्था के सचिव संतोष कुमार यादव ने सभी खिलाडियों को अपने खान पान् व अहार विहार के बारे मे जागरूक किया जिससे अभ्यास की गुणवत्ता और स्टेमिना बढ़कर पदक जीतने की संभावना को सुनिश्चित किया जा सके।
अंत मे डाला के प्रशिक्षक मुहम्मद आशिक के धन्यवाद ज्ञापन व राष्ट्रगान के पश्चात् कार्यक्रम का समापन हो गया।
